#सुनो #शाहजहाँपुर #के #अभिभावकों- #विश्वास #के #काबिल #नही #रहा #सुदामा #प्रसाद #विद्यास्थली
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#प्रधानाचार्य #और #विद्यालय #प्रबन्ध #समिति #के #बीच #शुरू #हुई #महत्वाकांक्षा #की #महाभारत
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#एक #दूसरे #पर #लगाए #गए #आरोपों के बाद जारी हुए बयान में दोतरफा जंग की दिखी झलक
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प्रबंध समिति का कहना कि दोषी है प्रधानाचार्य, दूसरे पक्ष ने भी लगाए समानांतर आरोप
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शाहजहाँपुर।सरकार द्वारा संचालित विद्यालयों में प्रत्येक जनमानस अपने नौनिहालों को शिक्षा ग्रहण कराने में खुद की तौहीन समझता है,और इसी कारण हर तबके का अभिभावक अपने बच्चों के लिए प्राइवेट शैक्षिक संस्थानों की शरण लेता है। लेकिन क्या क्या गुल खिलाये जाते है प्राइवेट शैक्षिक संस्थानों में और कैसे कैसे किस्से लिखे जाते हैं रोज के रोज इन परिसरों में। शायद यह बात कोई नही जानता। शहर का जाना पहचाना जो बीते वर्षों से महानगर के संस्थानों में एक है। जिसका नाम है शिक्षा के क्षेत्र में जानी-मानी संस्था डॉ सुदामा प्रसाद विद्यास्थली आजकल युद्ध का अखाड़ा बनी हुई है। पूर्व प्रबंध समिति और वर्तमान प्रबंध समिति के बीच चल रही खींचतान से नौनिहालों का भविष्य खतरे में दिखाई दे रहा है।स्कूल के शिक्षण कार्य में लगे टीचर भी अपना कार्य सही से नहीं कर पा रहे हैं। जबकि प्रधानाचार्या पर गंभीर आरोप लगाते हुए वर्तमान प्रबंध समिति ने पूर्व प्रबंध समिति की मिली भगत से स्कूल में गुंडे बुलाकर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाया है। यही नहीं शिक्षकों के मानदेय, बच्चों की फीस, शासन से मिलने वाली सुविधाओं में भारी अनियमितताएं करने का आरोप भी वर्तमान प्रबंध समिति द्वारा लगाया गया है। प्रबंधन समिति द्वारा एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया गया है जिसमें थार गाड़ी से उतरते हुए कुछ संदिग्ध लोग दिखाई दे रहे हैं। अब सच्चाई क्या है यह तो जांच का विषय हैं।डॉ सुदामा प्रसाद विद्यास्थली के प्रबंधक संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि हमारे विरोधी पार्टी के संतोष कुमार पांडे और राजेश शर्मा के साथ प्रधानाचार्या सांठ गांठ करके विद्यालय पर उनका कब्जा करवाना चाहती हैं जो सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है. जबकि विद्यास्थली से संबंधित समस्त प्रकरण न्यायालय द्वारा हमारे पक्ष में है। उन्होंने कहा कि वर्तमान नवीन सत्र के लिए विद्यालय में सभी शिक्षकों को आवेदन करना होता है मेरे द्वारा जब प्रधानाचार्या से आवेदन के लिए कहा गया तो उन्होंने सभी शिक्षकों को भी आवेदन से रोकते हुए बखेड़ा खड़ा कर दिया साथ ही झूठ और मिथ्या आरोप लगाते हुए मेरे विरुद्ध शिकायत रोजा थाने में दर्ज करवाई है जिसकी जांच चल रही है सच और झूठ सबके सामने आ जाएगा। वहीं एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर वंदना गुप्ता ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में बच्चों के भविष्य को लेकर मैं बहुत चिंतित हूं यह पूरा विवाद मैनेजमेंट कमेटी से जुड़ा हुआ है मैंने प्रधानाचार्या को संभलने और सुधरने का पूरा मौका दिया ताकि बच्चों का भविष्य खतरे में ना पड़े। लेकिन वह पूर्व मैनेजमेंट कमेटी के साथ मिलकर स्कूल की छवि धूमिल करने में जुटी हुई है. उन्होंने विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्रों के अभिभावकों से भी अपील करते हुए कहा कि जब तक हम विद्यालय में है तब तक बच्चों का भविष्य सुरक्षित है और उनके अध्ययन कार्य में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होने दूंगी। सुदामा प्रसाद विद्यास्थली के डायरेक्टर राहुल मिश्रा ने बताया कि इस पूरे विवाद के पीछे महानगर के चर्चित भूमाफिया और पूर्व स्कूल प्रबंधन समिति का गठजोड़ काम कर रहा है. मैनेजमेंट कमेटी का विवाद हाई कोर्ट की डबल बेंच के आदेशानुसार एसडीएम द्वारा 27 जनवरी को निस्तारित किया गया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि फर्जी ट्रस्ट में शामिल वीरेंद्र कुमार गुप्ता, महेंद्र खंडेलवाल और संतोष पांडे आदि लगातार मुझे गुंडा बताकर प्रशासन को गुमराह करते हुए मेरे विरुद्ध प्रार्थना पत्र दे रहे हैं. उपरोक्त लोग विद्यालय की भूमि को कब्जा करके उस पर प्लाटिंग करना चाहते हैं इसलिए तरह-तरह के षड्यंत्र अपना कर शिक्षण संस्थान को बदनाम करने पर तुले हुए हैं। जबकि वर्तमान प्रबंध समिति को माननीय न्यायालय के निर्देशानुसार शासन और प्रशासन द्वारा विद्यालय में कार्य करने हेतु अनुमोदित किया गया है। कुल मिलकर जो भी है वह सब जाँच का विषय है। लेकिन शैक्षिक संसथान में हो रही महाभारत यहाँ पंजिकृत छात्रों के भविष्य को लगभग बर्बाद ही करने पर तुली है।