11 महीने की बच्ची की SC से गुहार, जान बचाने के लिए चाहिए 14 करोड़ का इंजेक्शन, SC ने सरकार से मांगा जवाब
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स्पाइनल मस्क्युलर एट्रोफी (SMA) टाइप 1 नाम की दुर्लभ बीमारी से जूझ रही 11 महीने की बच्ची का जीवन बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. बच्ची की ओर से उनकी मां की याचिका में सरकार से इलाज के लिए जरूरी वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. याचिका में कहा गया है कि इस बेहद खतरनाक बीमारी का इलाज सिर्फ ज़ोलजेंसमा जीन थेरेपी से ही संभव है, जिसके इंजेक्शन की कीमत 14 करोड़, 20 लाख है. इलाज के लिए इतना पैसा जुटा पाना उनके लिए संभव नहीं है. वैसे भी बच्ची के पास वक़्त बहुत कम है. अगर उसे अभी इलाज नहीं मिल पाया तो सिर्फ चंद महीने गुजरने के बाद ( दो साल की उम्र) के बाद उसका जीवन नहीं बच पाएगा. कोर्ट ने मामले में केंद्र सरकार, रक्षा मंत्रालय,चीफ ऑफ एयर स्टाफ, आर्मी हॉस्पिटल को नोटिस जारी किया है.
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याचिका में कहा गया है कि जयश्वी के पिता वायुसेना में हैं और सरकार की नीति के चलते वह बिना अनुमति के रक्षा मंत्रालय में कार्यरत लोगों से आर्थिक