***बहन की गरीबी देख पसीज गया भाइयों का दिल, दान में दी 160 हेक्टेयर जमीन***
बोले- अब जी सकेगी बढ़िया जिंदगी
बागपत :- भाइयों का कहना है कि शादी के बाद बहनों से नाता तोड़ने की परंपरा गलत है. बहन भी उसी पिता की औलाद है, जैसे बेटा. इसलिए उसे भी बराबरी का अधिकार मिलना चाहिए.
जहां आजकल भाई जमीन-जायदाद के लिए खून के रिश्ते तक तोड़ देते हैं, वहीं बागपत जिले के मिलाना गांव के चार भाइयों ने ऐसा काम कर दिखाया कि पूरा इलाका उनकी मिसाल देने लगा. परवेज, फुरकान, लुकमान और उमेद नाम के इन भाइयों ने अपनी बहन हसबुनी के नाम 160 हेक्टेयर खेती योग्य जमीन दान कर दी, जिसकी कीमत करीब 6 लाख रुपये है !!