24 #जून 2022 को तत्कालीन डीएम उमेश प्रताप सिंह ने इस जलमग्न भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए क्रय विक्रय पर लगाई थी रोक।
सब रजिस्टार #डीएम के आदेश को नहीं मानते,जिस जलमग्न भूमि पर जांच करने एडीएम सब रजिस्टार को लेकर पहुंचे थे,उसके अगले ही दिन रजिस्टार ने किया एक और बैनामा।
#यूपी के #शाहजहांपुर में अवैध प्लाटिंग में सब रजिस्टार की मिलीभगत,आखिर इस मनमानी पर कौन कसेगा नकेल।
24 #जून 2022 को डीएम ने जलमग्न भूमि के क्रय विक्रय पर लगाई थी रोक,लेकिन सब रजिस्टार की मनमानी के आगे डीएम के आदेश भी हुए फेल।
#हैरान करने वाली बात यह भी है कि जिस जलमग्न भूमि को लेकर की गई तमाम शिकायतों की जांच करने जब एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार पहुंचे तो उन्होंने सब रजिस्टार को भी साथ लिया।
#लेकिन सब रजिस्टार की मनमानी तो देखिए कि जांच करने के अगले ही दिन उसी जलमग्न भूमि में साहब ने एक और बैनामा कर डाला।
#बात हो रही है शाहजहांपुर की तहसील सदर क्षेत्र स्थित हनुमतधाम पुल के समीप #लौका स्थित गाटा संख्या 266 में करीब 20 बीघा जलमग्न भूमि की।
#यही नहीं डीएम ने तहसीलदार,नायब तहसीलदार और सब रजिस्टार को एक पत्र जारी कर आदेश दिए थे कि यदि इस गाटा संख्या में भूमि की रजिस्ट्री से लेकर बैनामो का नामांतरण किया गया तो उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
#जिसके बाद 28 नवंबर 2023 को तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट वेद प्रकाश मिश्रा ने लौका क्षेत्र में गाटा संख्या 266 पर किसी भी प्रकार का निर्माण न करने का स्टे जारी कर दिया।
#जिस दौरान यह आदेश जारी किए गए तब भी यही रजिस्टार अरुण कुमार गुप्ता थे बाबजूद इसके मनमानी और मिलीभगत ऐसी कि डीएम के आदेश भी मायने नहीं रखते।
#अब बचाव में मामले की जानकारी नहीं ऐसा इसलिए नहीं कह सकते क्योंकि जारी आदेशों के वक्त से सब रजिस्टार के पद पर यही तैनात हैं।
#बैनामा करते वक्त सरकारी भूमि,सार्वजनिक भूमि और जिस पर रोक लगाई गई है इसका पूरा लेखजोखा एक रजिस्टर में मेंटेन होता है,जिससे मिलान के बाद ही बैनामा किया जाता है।
#अवैध प्लाटिंग से लेकर स्टांप चोरी के मामलों में वर्तमान रजिस्टार की भूमिका संदिग्ध नहीं बल्कि मिलीभगत है।
#बहरहाल योगी सरकार में भूमाफियाओं का दबदबा ऐसी ही नहीं है इस प्रकरण को देखने और सब रजिस्टार की मनमानी,मिलीभगत के बाद यही प्रतीत होता है कि जिसका जो बनता है वो दे दो आदेश कागजों में ही दबे रहेंगे। Suresh Kumar Khanna DM Shahjahanpur UP Police Archna24 #जून 2022 को तत्कालीन डीएम उमेश प्रताप सिंह ने इस जलमग्न भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए क्रय विक्रय पर लगाई थी रोक।
सब रजिस्टार #डीएम के आदेश को नहीं मानते,जिस जलमग्न भूमि पर जांच करने एडीएम सब रजिस्टार को लेकर पहुंचे थे,उसके अगले ही दिन रजिस्टार ने किया एक और बैनामा।
#यूपी के #शाहजहांपुर में अवैध प्लाटिंग में सब रजिस्टार की मिलीभगत,आखिर इस मनमानी पर कौन कसेगा नकेल।
24 #जून 2022 को डीएम ने जलमग्न भूमि के क्रय विक्रय पर लगाई थी रोक,लेकिन सब रजिस्टार की मनमानी के आगे डीएम के आदेश भी हुए फेल।
#हैरान करने वाली बात यह भी है कि जिस जलमग्न भूमि को लेकर की गई तमाम शिकायतों की जांच करने जब एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार पहुंचे तो उन्होंने सब रजिस्टार को भी साथ लिया।
#लेकिन सब रजिस्टार की मनमानी तो देखिए कि जांच करने के अगले ही दिन उसी जलमग्न भूमि में साहब ने एक और बैनामा कर डाला।
#बात हो रही है शाहजहांपुर की तहसील सदर क्षेत्र स्थित हनुमतधाम पुल के समीप #लौका स्थित गाटा संख्या 266 में करीब 20 बीघा जलमग्न भूमि की।
#यही नहीं डीएम ने तहसीलदार,नायब तहसीलदार और सब रजिस्टार को एक पत्र जारी कर आदेश दिए थे कि यदि इस गाटा संख्या में भूमि की रजिस्ट्री से लेकर बैनामो का नामांतरण किया गया तो उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
#जिसके बाद 28 नवंबर 2023 को तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट वेद प्रकाश मिश्रा ने लौका क्षेत्र में गाटा संख्या 266 पर किसी भी प्रकार का निर्माण न करने का स्टे जारी कर दिया।
#जिस दौरान यह आदेश जारी किए गए तब भी यही रजिस्टार अरुण कुमार गुप्ता थे बाबजूद इसके मनमानी और मिलीभगत ऐसी कि डीएम के आदेश भी मायने नहीं रखते।
#अब बचाव में मामले की जानकारी नहीं ऐसा इसलिए नहीं कह सकते क्योंकि जारी आदेशों के वक्त से सब रजिस्टार के पद पर यही तैनात हैं।
#बैनामा करते वक्त सरकारी भूमि,सार्वजनिक भूमि और जिस पर रोक लगाई गई है इसका पूरा लेखजोखा एक रजिस्टर में मेंटेन होता है,जिससे मिलान के बाद ही बैनामा किया जाता है।
#अवैध प्लाटिंग से लेकर स्टांप चोरी के मामलों में वर्तमान रजिस्टार की भूमिका संदिग्ध नहीं बल्कि मिलीभगत है।
#बहरहाल योगी सरकार में भूमाफियाओं का दबदबा ऐसी ही नहीं है इस प्रकरण को देखने और सब रजिस्टार की मनमानी,मिलीभगत के बाद यही प्रतीत होता है कि जिसका जो बनता है वो दे दो आदेश कागजों में ही दबे रहेंगे। Suresh Kumar Khanna DM Shahjahanpur UP Police Archna Verma Shahjahanpur Police Verma Shahjahanpur Police