गरीब फल विक्रेता को मिला इंसाफ, हिंदुस्तान के पत्रकार प्रेम सिंह और थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र गुप्ता की पहल से लौटी मुस्कान
शाहजहांपुर। जनपद में हरदोई बाईपास चौराहे पर वर्षों से फल का ठेला लगाने वाले अशोक कन्नौजिया के जीवन में हाल ही में एक बड़ा संकट आ खड़ा हुआ। बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले अशोक की पत्नी और बेटा विकलांग हैं, और हाल ही में बेटी की शादी के चलते वह भारी कर्ज में भी डूब गया है।
लेकिन मुसीबतें यहीं नहीं रुकीं। अशोक के ठेले के पास स्थित एक कपड़े के शोरूम के मालिक मोहम्मद इंतजार उर्फ़ लालू और मोहम्मद इज़हार उर्फ़ गुड्डू ने कथित तौर पर एक रसूखदार व्यक्ति की मदद से ठेले को हटवाने की कई बार कोशिश की। आरोप है कि इसी रसूखदार व्यक्ति ने थाने में अपनी पहुंच का फायदा उठाते हुए कुछ पुलिसकर्मियों से मिलकर अशोक को धमकवाया और ठेले से उठाकर उसका मोबाइल छीनकर उसे थाने में बंद करा दिया।
यह खबर जब अशोक कन्नौजिया की विकलांग पत्नी के माध्यम से हिंदुस्तान अख़बार के पत्रकार प्रेम सिंह तक पहुंची, तो उन्होंने तत्काल थाना रामचंद्र मिशन के थाना अध्यक्ष से बात कर पूरे मामले की जानकारी दी।
थाना अध्यक्ष ने मामले की गंभीरता को समझते हुए खुद बारीकी से जांच की और अशोक को तुरंत रिहा करवाया। साथ ही, उसकी पारिवारिक स्थिति को समझते हुए उसे समझाया कि वह शांतिपूर्वक ठेला लगाए और किसी विवाद में न पड़े।
पत्रकार प्रेम सिंह और थाना अध्यक्ष की इस मानवीय पहल से अशोक और उसका परिवार भावुक हो गया और दोनों का दिल से आभार जताया।
यह घटना पुलिस और पत्रकारिता की सकारात्मक छवि को उजागर करती है, जहाँ संवेदनशीलता और इंसानियत आज भी ज़िंदा है।