UK Fighter Jet in India: तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर क्यों उतरा रहस्यमयी ब्रिटिश लड़ाकू विमान? जांच में जुटी टीम*

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 *✡️ UK Fighter Jet in India: तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर क्यों उतरा रहस्यमयी ब्रिटिश लड़ाकू विमान? जांच में जुटी टीम*



UK Fighter Jet in India: केरल के तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ब्रिटेन का एक अत्याधुनिक एफ-35बी (F-35B) लड़ाकू विमान तकनीकी खराबी के चलते फिलहाल खड़ा कर दिया गया है। ब्रिटिश उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विमान में एक इंजीनियरिंग से जुड़ी समस्या हो गई, जिसके चलते इसे अस्थायी रूप से निष्क्रिय करना पड़ा है।


ब्रिटिश उच्चायोग की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि "यूके ने विमान को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल (MRO) सुविधा में ले जाने के भारत के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। जैसे ही ब्रिटेन की इंजीनियरिंग टीमें विशेष उपकरणों के साथ भारत पहुंचेंगी, विमान को हैंगर में शिफ्ट कर मरम्मत और जरूरी जांच की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।"


अधिकारियों ने बताया कि मरम्मत का यह कार्य ऐसे ढंग से किया जाएगा, जिससे अन्य विमानों की नियमित मेंटेनेंस या उड़ान गतिविधियों में न्यूनतम बाधा उत्पन्न हो। प्रवक्ता के अनुसार, "हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मरम्मत के दौरान हवाई अड्डे के अन्य विमानों की तय कार्यक्रम के अनुरूप सेवाएं चलती रहें। विमान की मरम्मत और सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद ही इसे फिर से सक्रिय सेवा में शामिल किया जाएगा।"


ब्रिटेन की ग्राउंड टीमें और भारतीय प्राधिकरण मिलकर इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन कर रहे हैं। विमान की सुरक्षा, विमानतल की निगरानी, आवश्यक क्लीयरेंस और तकनीकी प्रक्रियाओं पर दोनों पक्ष लगातार समन्वय बनाए हुए हैं।


ब्रिटिश उच्चायोग ने भारतीय अधिकारियों और तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रशासन को इस सहयोग के लिए धन्यवाद भी व्यक्त किया है। प्रवक्ता ने कहा, "हम भारतीय प्राधिकरणों और हवाई अड्डा प्रशासन के प्रति उनके निरंतर सहयोग और समर्थन के लिए आभार प्रकट करते हैं।"


F-35B विमान को दुनिया के सबसे आधुनिक और बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमानों में गिना जाता है। यह शॉर्ट टेक-ऑफ और वर्टिकल लैंडिंग (STOVL) जैसी क्षमताओं से लैस है, जो इसे विशेष अभियान और सीमित जगहों पर संचालन के लिए बेहद सक्षम बनाती हैं। इस विमान को अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने विकसित किया है और यह नाटो तथा कुछ अन्य मित्र देशों की सेनाओं के बेड़े का हिस्सा भी है।


फिलहाल मरम्मत दल के भारत आने की तैयारियां की जा रही हैं। उम्मीद है कि सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद विमान को हैंगर में शिफ्ट कर कुछ ही दिनों में मरम्मत प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी इस विमान की कड़ी निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की आशंका न रहे।