*विकासखंड मांधाता ने खड़े कर दिए कई सवाल?*
*ब्रेकिंग प्रतापगढ़ मान्धाता*
*क्या विकासखंड मांधाता के ईमानदार कर्मचारियों ने, भ्रष्ट खंड विकास अधिकारी के खिलाफ दिया शिकायती पत्र?*
*क्या मांधाता विकासखंड के ईमानदार प्रधान, ईमानदार कर्मचारी एकजुट हो चुके हैं?*
*क्या प्रतापगढ़ जनपद के उच्च अधिकारी ईमानदार कर्मचारी एवं प्रधानों के द्वारा की गई शिकायत को अनदेखा कर रहे हैं?*
*क्या मांधाता विकासखंड में हो रहे खेल से सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं?*
*ऐसे ना जाने कितने अनगिनत सवाल मांधाता विकासखंड के कर्मचारियों ने खड़े कर दिए है। शिकायती पत्र में लगे खंड विकास अधिकारी पर आरोपों की जांच अति आवश्यक है ।क्योंकि किसी जिम्मेदार अधिकारी पर यदि इस तरह का आरोप लग रहा है तो यह बहुत ही गंभीर विषय है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र का विकास उसी कार्यालय से होना है जिस कार्यालय के मुख्य अधिकारी के ऊपर इतना बड़ा आरोप लग रहा है।*
*क्षेत्रीय जनता भी बेसब्री से कौन सही कौन गलत जानने का इंतजार कर रही है।*
*आरोप और सवाल*_______
*ग्राम प्रधानों द्वारा खंड विकास अधिकारी मांधाता पर आरोप क्या लगाए गए हैं?*
*1. मांधाता विकासखंड के कुछ प्रधानों ने खंड विकास अधिकारी पर यह आरोप लगाया है कि कार्यों के निरीक्षण के संबंध में क्षेत्र में अवैध वसूली करती है।*
*इस आरोप पर सवाल यह उठते हैं कि ग्राम प्रधानों द्वारा खंड विकास अधिकारी द्वारा वसूली करने का कोई प्रमाण अभी तक मीडिया कर्मियों तक प्रस्तुत क्यों नहीं किया गया? जबकि आरोप प्रत्यारोप का दौर सरकारी कार्यालय से लेकर मीडिया की लेखनी तक है।*
*2. प्रधानों ने अपने शिकायती पत्र में यह भी कहा है कि कराए गए विकास कार्यों को अनियमितता पूर्ण दिखाकर वसूली के कार्रवाई की धमकी दी जाती है।*जबकि किसी भी विकास कार्य का भुगतान तय प्रक्रिया से होकर JE के MB करने के बाद तथा सेक्टर प्रभारी के रिपोर्ट के बाद ही किया जाता है।*
*अब यहां अगर यह सारी चीज नियमित हुई है तब कर्मचारी और प्रधानों को किसी भी अधिकारी से डरने की जरूरत क्या है? उक्त आरोप की पुष्टि के लिए एक सरल प्रक्रिया के तहत सर्वप्रथम ग्राम प्रधानों के द्वारा कराए गए कार्यों की गुणवत्ता की जांच हो जाए कार्य गुणवत्ता पूर्वक हैं भी की नहीं।*
*3. आरोप यह भी है कि खंड विकास अधिकारी द्वारा अपने चहेते ठेकेदारों से काम कराने और सामग्री लेने के लिए दबाव प्रधानों पर बनाया जाता है।*
*इस आरोप की जांच के लिए जरूरी यह है कि उक्त ग्रामसभाओं में प्रारंभिक कार्यकाल से लेकर अभी तक कितने ठेकेदारों ने काम किया है और किस फर्म पर सामग्री के लिए कितना भुक्तान किया गया है। जिन फर्मों पर भुक्तान हुआ है वो फर्म जमीन पर है भी की नहीं। इसकी भी जांच आवश्यक है ।तभी खंड विकास अधिकारी पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि हो सकती है।*
*4. आरोप यह भी है कि खंड विकास अधिकारी 2 से 3 बजे प्रतिदिन कार्यालय से निकल जाती हैं किसी कार्य हेतु संपर्क करने पर अगले दिन संपर्क के लिए कहती हैं और शासन की मंशानुसार मुख्यालय पर रात्रि निवास नहीं करती जिससे समस्याओं के निस्तारण में विलंब होता है।*
*यह आरोप बिल्कुल सत्य है क्योंकि विकासखंड मांधाता के आवासीय परिसर में रात्रि निवास ना तो खंड विकास अधिकारी करती हैं ,और ना ही विकासखंड मांधाता का कोई कर्मचारी जबकि करोड़ों की लागत से नया आवासीय परिसर बनकर तैयार है।*
*5. अब आगे अपने शिकायती पत्र में प्रधानों ने कार्य बंद करने की बात करते हुए खंड विकास अधिकारी के ट्रांसफर की बात कही।*
*अब यहां पर जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी कर्मचारी का जब तक जांच पूरी ना हो जाए , तब तक स्थानांतरण न किया जाए। जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों का ट्रांसफर ना करके विधिक कार्रवाई की जाय।*
**कर्मचारियों ने लगाए आरोप*
*मान्धाता विकासखंड के कर्मचारियों द्वारा बैठक में अशोभनीय भाषा, चरित्र हनन, दिनभर कार्य करने के बावजूद रात्रि में 07बजे विकासखंड कार्यालय पर बैठक के लिए बुलाना ,सम्मिलित न होने पर विभागीय कार्रवाई की धमकी देना, इन्हीं कारणों से कर्मचारियों को मानसिक पीड़ा है जिससे वह खंड विकास अधिकारी के अधीनस्थ कार्य नहीं करना चाहते, उत्पीड़न ना रुकने की दशा में कर्मचारी कार्य का बहिष्कार करेंगे।*
*कर्मचारियों के द्वारा दिए गए इस प्रार्थना पत्र ने तो एक अलग प्रकरण ही सामने लाकर खड़ा कर दिया और जिसने कई सवालों को जन्म दिया*
*1. आखिर मांधाता विकासखंड के कर्मचारी ग्राम प्रधानों के साथ ही प्रार्थना पत्र देने क्यों गए?*
*2. इतने दिन तक यह उत्पीड़न सहते क्यों रहे?*
*4. आखिर इस गंभीर विषय पर जिम्मेदार मौन क्यों हैं?*
*हालांकि जनपद के जिलाधिकारी महोदय जी का प्रतापगढ़ आगमन पर मांधाता विकासखंड के कर्मचारियों एवम् ग्राम प्रधानों के द्वारा खंड विकास अधिकारी मांधाता पर कई आरोप लगाकर भव्य स्वागत किया है।*
*अब देखना यह शेष है कि नवागत जिला अधिकारी महोदय इस स्वागत को किस तरह स्वीकार करते हैं? और संबंधित प्रकरण में कैसी कार्यवाहीं करते हैं? क्योंकि सवाल अब मांधाता विकास खंड के कर्मचारी पर नहीं जिले के आला अधिकारियों पर उठने लगे हैं।*
*मुख्य विकास अधिकारी महोदया से प्रार्थना पत्र देने वाले प्रधानों ,कर्मचारीयो एवं क्षेत्रीय जनता को न्यायिक प्रक्रिया का इंतजार है।*
*देखना यह है कि उक्त प्रकरण में दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है?*
*देव प्रभात समाचार पत्र से अंजनी तिवारी की रिपोर्ट* ✍️✍️✍️9519001408